बहुत खूबसूरत हैं ये पहाड़उनकी धीर गंभीरता,गूढ़तामानो अनादि काल सेजाने कितने रहस्य छिपाए अपने भीतर, स्थिर खड़ेदेख रहे हैं समय का प्रवाह।लेकिन उनसे भी अद्भुत लगता हैइन पर्वत श्रेणियों के माथे पर खड़ा वो अकेला वृक्ष।वो बूढ़ा बरगद का पेड़जिसकी सहस्त्र भुजाओं केघेरे में एक ब्रह्माण्ड बसता है।गर्मियों की झुलसती धूप सेघबरा कर छोटी मोटी झाड़ियांँऔर घाँस... Continue Reading →