दो बूँदें शबनम की

कुछ मौसम बड़ा सुहाना था मद्धम मद्धम थी हवा अभी सूरज भी ऊपर आना था है जाना, था मालूम मगर कुछ देर सही, कुछ देर यहीं  बस पल दो पल को ठहर गईं दो बूँदे शबनम की...

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